11-अनुरोध / ममता महापात्र
11-अनुरोध
- ममता महापात्र
अगर तुम सृष्टि नहीं कर सकते हो तो
ध्वंस क्यों कर रहे
हो,
स्नेह,श्रद्धा अगर नहीं दे
सकते हो
घृणा तो मत करो भैया
।
पेट के लिए अगर दाना
नहीं दे सकते हो
लात तो मत मारो,
शरीर को पोशाक नहीं
दे सकते हो
नग्न क्यों कर रहे
हो ?
रहने के लिए घर नहीं दे सकते हो तो
बेघर तो मत किया करो
संतान का स्रष्टा
नहीं बन सकते हो तो
भ्रूण की हत्या
किसलिए ?
माँ बहन को सहारा
नहीं दो तो
दलाल के हाथ में मत बेचो,
आशीर्वाद तुम नहीं दे सकते हो तो
अभिशाप तो मत दो भैया ।
ये तुम्हारे लिए
आदेश तो नहीं है
उपदेश भी नहीं
एक छोटा अनुरोध मेरा
जगत मंगल के लिए ।
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